Skip to main content

Posts

Showing posts from April, 2019

हिन्दी साहित्य में मिरॉ बाई का योगदान

कवि परिचय =>                       हिंदी के क्रष्ण भक्त में मीरा बाई का महत्वपूर्ण स्थान है|इनके जन्मकाल व जीवन -व्रत्त के विषय में बहुत मतभेद मिलता है, परन्तु मुख्यत :माना जाता है कि मीरॉ बाई का जन्म मेड़ता के राव रत्नसिंह की पुत्ती के रूप में हुआ |मीरॉ बाई जन्म 1498 ई. में कुड़की गॉव में हुआ था |और इनका विवाह राणा सागॉ के पुत्त भोजराज के साथ सन् 1516 ई.  में  हुआ था |कुछ वर्षों में ही राजा भोजराज मुगलो सें युद्ध के दौरान मृत्यु को प्राप्त हो गयें और मिरॉ बाई विधवा हो गई | बचपन सें ही मीरॉ बाई क्रष्ण के प्रति अनन्य प्रेम रखती थी |भगवान क्रष्ण के प्रेम की दिवानी बनी थी, मीरा बाई नें लोक लाज छोड़कर भक्ति का मार्ग अपनाया था| तथा साधु-संतो के साथ रहकर भक्ति में लिन रहती थी |उनके साथ बैठने -उठनें को लेकर  चुक्कड़ का राज घराणा  उनका विरोधी मना | अतंत: मीरा राजपरिवार को छोड़कर द्वारिका चली गई थी, वही क्रष्ण की मूर्ति में विलिन हो गई, ऐसी प्रसिद्दधि मिली थी| काव्य परिचय =>          ...

सूरदास

कवि परिचय =>                      सूरदास हिंदी काव्य -जगत् के सूर्य माने जाते हैं! क्रष्ण -भक्ति की अजस्र धारा प्रवाहित करने में उनका विशेष योगदान है|उनके जीवन-व्रत्त के संबंध में विद्वानो में मतभेद हैं|अधिकतर विद्वान सूरदास का जन्म सन् 1483ई.(संवत् 1540 वि.)और निधन संवत् 1620 वि.मानते हैं|उनका जन्म दिल्ली के निकट सीही नामक ग्राम के एक निर्धन सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हूआ | वें जन्मांध थे |उनका कंठ बजाय मधुर था |वे पद-रचना करके गाया करते थें|बाद में वे आगरा और मथुरा के बीच स्थित गऊघाट पर जाकर रहने लगे |वहीं श्री वल्लभाचार्य जी कें संपर्क में आए और पुष्टिमार्ग में दीक्षित हूए |उन्ही की प्रेरणा से सूरदास नें दास्य एवं दैन्य भाव कें पदो की रचना छोड़कर वात्सल्य, माधुर्य भाव और सख्य भाव के पदो की रचना करना आरंभ किया |पुष्टि मार्ग के  अष्टछाप भक्त कवियों में सूरदास अग्रगण्य थे |पुष्टि मार्ग में भगवान की क्रपा या अनुग्रह का अधिक महत्व हैं| इसें काव्य का विषय बनाकर सूरदास अमर हो गए |जब सूरदास का अंतिम समय निकट था तब श्री विट्ठलन...
महत्वपूर्ण भारत सामान्य ज्ञान प्रश्न ~ उत्तर * डल झील :- जम्मू-कश्मीर * वुलर झील :- जम्मू-कश्मीर * बैरीनाग झील :- जम्मू-कश्मीर * मानस बल झील :- जम्मू-कश्मीर * नागिन झील :- जम्मू-कश्मीर * शेषनाग झील :- जम्मू-कश्मीर * अनंतनाग झील :- जम्मू-कश्मीर * राजसमंद झील :- राजस्थान * पिछौला झील :- राजस्थान * सांभर झील :- राजस्थान * जयसमंद झील :- राजस्थान * फतेहसागर झील :- राजस्थान * डीडवाना झील :- राजस्थान * लूनकरनसर झील :- राजस्थान * सातताल झील :- उत्तराखंड * नैनीताल झील :- उत्तराखंड * राकसताल झील :- उत्तराखंड * मालाताल झील :- उत्तराखंड * देवताल झील :- उत्तराखंड * नौकुछियाताल झील :- उत्तराखंड * खुरपताल झील :- उत्तराखंड * हुसैनसागर झील :- आंध्रप्रदेश * कोलेरू झील :- आंध्रप्रदेश * बेम्बनाड झील :- केरल * अष्टमुदी झील :- केरल * पेरियार झील :- केरल * लोनार झील :- महाराष्ट्र *  पुलीकट झील :- तमिलनाडु एवं आँध्रप्रदेश. * लोकटक झील :- मणिपुर * चिल्का झील :- उड़ीसा  सामान्य ज्ञान Q. 1. महात्मा गाँधी कांग्रेस के अध्यक्ष कब चुने गये ? Ans~1924 Q. 2. भूकंप की तीव्र...