Skip to main content

Posts

Showing posts from 2019

भारतीय रक्षा एवं प्रतिरक्षा

भारतीय रक्षा सेनाओ का सर्वौच्य कमाण्डर राष्ट्रपति होता है,  किन्तु देश कि रक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी मन्त्रीमण्डल की हैं|संसद में सुरक्षा सम्बन्धी विषयों का उत्तरदायित्व रक्षामन्त्री का होता है |        रक्षा मन्त्रालय में चार विभाग हैं| रक्षा विभाग,  रक्षा उत्पादन विभाग, भूतपूर्व सेवाकर्मी कल्याण विभाग , रक्षा शोध एवं विकास संगठन विभाग |   भारतीय सशस्त्र सेना की तीन भागों में बॉटा गया हैं->   1. थल सेना    2. नौसेना    3. वायु सेना    सेना कमानो में संगठित होती हैं|प्रत्येक कमान का सर्वोच्च अधिकारी कमाण्डिंग-इन-चीफ होता है |कमान क्षेत्रो और उप-क्षेत्रो में बंटे रहते हैं, जो मेजर जनरल एवं *ब्रिगेडियर* के के अधीन होते हैं|         "भारतीय सेना की कमान एवं मुख्यालय"                             थल सेना         कमान.                      ...

G. K. (सामान्य ज्ञान) 2019-20,भारत में प्रथम,

             भारत भारत में प्रथम * जनगणना =>वर्ष 1872 में * नियमित दशकीय जनगणना => वर्ष 1881सें * प्रथम विश्वविद्यालय => नालन्दा विश्वविद्यालय * खुला (सरकारी )विश्वविद्यालय =>आन्ध्र प्रदेश मुक्त विश्वविद्यालय * रक्षा विश्वविद्यालय =>बिनौला (गुड़गांव),(2013)में बना * अन्तरार्ष्टीय दूरसंचार सेवा =>बम्बई सें लन्दन (1851) * तार लाइन => डायमण्ड हार्बर सें कलकत्ता (1853) * महिला डाकघर=>शास्त्री भवन (New Delhi) * आम कोर्ट => अहमदाबाद * महिला न्यायालय => माल्दा (पश्चिमी बंगाल) *आधार प्रोजेक्ट (UID) का प्रारम्भ =>थेंबली (महाराष्ट्र) * जनसेवा अधिकार कानून लाने वाला राज्य =>मध्य प्रदेश (2010) * लोकायुक्त नियुक्त करने वाला राज्य => महाराष्ट्र (1971) *100% साक्षरता दर प्राप्त करनें वाला जिला =>एर्नाकुलम (केरल) * 100% प्राथमिक शिक्षा हासिल करनें वाला राज्य =>केरल * प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत =>पलामू टाइगर रिजर्व (झारखंड) * मैरिन नेशनल पार्क => कच्छ श्रैत्र (गुजरात ) * बायोस्फियर रिजर्व => नी...

" एक गौ (गाय) की कहानी"

' प्रेम के गहरे श्रणों में पशु भी मानव हो जाता है 'यह कहानी हिन्दी साहित्य के प्रमुख लेखक जैनेन्द्र कुमार विचारधारा के स्तर पर जैन एंव गांधीवादी दर्शन सें प्रभावित और अनुप्रेरित रहें हैं|अहिंसा,सवोर्दय , दार्शनिक अनुभूति , मनोवैज्ञानिक विश्लेषण आपकी रचना दृष्टि के अभिन्न अंग हैं|औदात्य और गाम्भीर्य एंव भावप्रवणता और वैचारिकता का समन्वय आपके रचना -कर्म में हुआ है|कथा के स्तर पर वें मनोविज्ञान को आधार मानते हैं तथा इसी प्ष्ठ्भूमि में कथन का विकास करतेहैं|चरित्तप्रधानता,मन:स्थिति विश्लेषण, तर्कवादी यथार्थिक धरातल जैनेन्द्र की कहानीयों का प्रमुख आधार हैं| पत्नी ,जाह्रन्वी, एक गौ, एक कैदी, नीलमदेश की राजकन्या, अपना पराया, लाल सरोवर उनकी प्रमुख कहानियॉ हैं|कथ्य की द्ष्टि लें वे समकालीन युग को जीते हुए दृष्टिगत होते हैं, तथा उन्होंने पुराण और इतिहास सें भी कथ्य का चयन किया हैं|भाषा कें स्तर पर वें जनोन्मुख औऱ सरलता सें जुडे़ हुए मानव थैं|तर्क की कसौटी पर विचार और भाव का अनुठापन उनके जीवन - दर्शन को सार्थक रूप में अभिव्यक्त करता हैं |                 ...

हिन्दी साहित्य में मिरॉ बाई का योगदान

कवि परिचय =>                       हिंदी के क्रष्ण भक्त में मीरा बाई का महत्वपूर्ण स्थान है|इनके जन्मकाल व जीवन -व्रत्त के विषय में बहुत मतभेद मिलता है, परन्तु मुख्यत :माना जाता है कि मीरॉ बाई का जन्म मेड़ता के राव रत्नसिंह की पुत्ती के रूप में हुआ |मीरॉ बाई जन्म 1498 ई. में कुड़की गॉव में हुआ था |और इनका विवाह राणा सागॉ के पुत्त भोजराज के साथ सन् 1516 ई.  में  हुआ था |कुछ वर्षों में ही राजा भोजराज मुगलो सें युद्ध के दौरान मृत्यु को प्राप्त हो गयें और मिरॉ बाई विधवा हो गई | बचपन सें ही मीरॉ बाई क्रष्ण के प्रति अनन्य प्रेम रखती थी |भगवान क्रष्ण के प्रेम की दिवानी बनी थी, मीरा बाई नें लोक लाज छोड़कर भक्ति का मार्ग अपनाया था| तथा साधु-संतो के साथ रहकर भक्ति में लिन रहती थी |उनके साथ बैठने -उठनें को लेकर  चुक्कड़ का राज घराणा  उनका विरोधी मना | अतंत: मीरा राजपरिवार को छोड़कर द्वारिका चली गई थी, वही क्रष्ण की मूर्ति में विलिन हो गई, ऐसी प्रसिद्दधि मिली थी| काव्य परिचय =>          ...

सूरदास

कवि परिचय =>                      सूरदास हिंदी काव्य -जगत् के सूर्य माने जाते हैं! क्रष्ण -भक्ति की अजस्र धारा प्रवाहित करने में उनका विशेष योगदान है|उनके जीवन-व्रत्त के संबंध में विद्वानो में मतभेद हैं|अधिकतर विद्वान सूरदास का जन्म सन् 1483ई.(संवत् 1540 वि.)और निधन संवत् 1620 वि.मानते हैं|उनका जन्म दिल्ली के निकट सीही नामक ग्राम के एक निर्धन सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हूआ | वें जन्मांध थे |उनका कंठ बजाय मधुर था |वे पद-रचना करके गाया करते थें|बाद में वे आगरा और मथुरा के बीच स्थित गऊघाट पर जाकर रहने लगे |वहीं श्री वल्लभाचार्य जी कें संपर्क में आए और पुष्टिमार्ग में दीक्षित हूए |उन्ही की प्रेरणा से सूरदास नें दास्य एवं दैन्य भाव कें पदो की रचना छोड़कर वात्सल्य, माधुर्य भाव और सख्य भाव के पदो की रचना करना आरंभ किया |पुष्टि मार्ग के  अष्टछाप भक्त कवियों में सूरदास अग्रगण्य थे |पुष्टि मार्ग में भगवान की क्रपा या अनुग्रह का अधिक महत्व हैं| इसें काव्य का विषय बनाकर सूरदास अमर हो गए |जब सूरदास का अंतिम समय निकट था तब श्री विट्ठलन...
महत्वपूर्ण भारत सामान्य ज्ञान प्रश्न ~ उत्तर * डल झील :- जम्मू-कश्मीर * वुलर झील :- जम्मू-कश्मीर * बैरीनाग झील :- जम्मू-कश्मीर * मानस बल झील :- जम्मू-कश्मीर * नागिन झील :- जम्मू-कश्मीर * शेषनाग झील :- जम्मू-कश्मीर * अनंतनाग झील :- जम्मू-कश्मीर * राजसमंद झील :- राजस्थान * पिछौला झील :- राजस्थान * सांभर झील :- राजस्थान * जयसमंद झील :- राजस्थान * फतेहसागर झील :- राजस्थान * डीडवाना झील :- राजस्थान * लूनकरनसर झील :- राजस्थान * सातताल झील :- उत्तराखंड * नैनीताल झील :- उत्तराखंड * राकसताल झील :- उत्तराखंड * मालाताल झील :- उत्तराखंड * देवताल झील :- उत्तराखंड * नौकुछियाताल झील :- उत्तराखंड * खुरपताल झील :- उत्तराखंड * हुसैनसागर झील :- आंध्रप्रदेश * कोलेरू झील :- आंध्रप्रदेश * बेम्बनाड झील :- केरल * अष्टमुदी झील :- केरल * पेरियार झील :- केरल * लोनार झील :- महाराष्ट्र *  पुलीकट झील :- तमिलनाडु एवं आँध्रप्रदेश. * लोकटक झील :- मणिपुर * चिल्का झील :- उड़ीसा  सामान्य ज्ञान Q. 1. महात्मा गाँधी कांग्रेस के अध्यक्ष कब चुने गये ? Ans~1924 Q. 2. भूकंप की तीव्र...